सदियों बाद सूर्य निकला है
लोकतंत्र की बड़ी त्रासदी , इसमें शासन घटिया होता ;
अज्ञानी , मूर्ख , स्वार्थी वोटर , अपने जैसा नेता चुनता ।
करुण कहानी है भारत की , कभी न अच्छा शासन पाया ;
सत्ता-लोलुप ही सत्ता पाया , अब्बासी-हिंदू नेता आया ।
लोकतंत्र निष्फल भारत का , देश नष्ट हो जायेगा ;
कितने पाकिस्तान बन चुके ? गजवायेहिंद हो जायेगा ।
लोकतंत्र तब अच्छा होगा , जब कानून का शासन होगा ;
कानून का शासन कैसे होगा ? जागरूक जब हिंदू होगा ।
हिंदू ! अपनी तन्द्रा तोड़ो , पूरी तरह सजग हो जाओ ;
लगी है जीवन मृत्यु की बाजी,अब तो अच्छी सरकार बनाओ ।
अब्बासी-हिंदू सबसे घटिया , राजनीति से इसे हटाओ ;
चरित्र का कोई विकल्प नहीं है , चरित्रवान नेता ही लाओ ।
तथाकथित हिंदूवादी दल , सबसे बड़ा शत्रु हिंदू का ;
इसी तरह लगभग सारे दल , कोई नहीं मित्र हिंदू का ।
राजनीति का घना अंधेरा , सदियों बाद सूर्य निकला है ;
एकम् सनातन भारत दल आया,हिंदू को सच्चा मित्र मिला है ।
हाथों-हाथ उठाओ इसको , सारे मिलकर सहयोग करो ;
स्वर्णिम अवसर ये हिंदू का , इसमें अब मत चूक करो ।
मुश्किल से छह माह बचे हैं , हिंदू ! पूरी तैयारी कर लो ;
हिंदू का सौभाग्य ये दल है , इसको अपने अंक में भर लो ।
सारे हिंदू ! बनो मेम्बर , सब के सब वोटर बन जाओ ;
पहला मौका अंतिम भी है , ऐसा मौका फिर न पाओ ।
पूरी दुनिया में आग लगी है , भारत भी जल सकता है ;
“एकम् सनातन भारत”दल ही,इस अग्नि को बुझा सकता है ।
अब जलना या बचना हाथ में तेरे , हिंदू को निर्णय करना है ;
अब्बासी-हिंदू नेता के रहते , भारत को निश्चित जलना है ।
यही तो इसका एजेंडा है , अब्राहमिकों की सुपारी है ;
हिंदू ! अच्छी सरकार बनाओ , तेरी ही जिम्मेदारी है ।
सरकार बनाओ हिंदूवादी , वो ही हिंदू को बचायेगी ;
इससे पूरा विश्व बचेगा , मानवता बच जायेगी ।
अमृतकुंड हिंदू को मिल गया, जहर से अपना नाता तोड़ो ;
“एकम् सनातन भारत” दल से , एक-एक हिंदू को जोड़ो ।
दुख भरे दिन बीत जायेंगे , केवल सुख ही सुख होगा ;
धर्म से पूरा शासन होगा , हिंदू का “रामराज्य” होगा ।