वर्तमान स्थानों के प्राचीन नाम
पौराणिक ग्रंथों में हमें कई देशों के वैदिक नाम मिलते हैं। भारत…
नासदीयसूक्त-EP 4
डॉ रजनी रमण झा । नासदीयसूक्त (ऋग्वेद, मण्डल - १०, सूक्त -१२९)ऋषि…
नासदीय सूक्त EP-3
डॉ रजनी रमण झा । नासदीय सूक्त (ऋग्वेद, मण्डल-१०, सूक्त -१२९)……………………………………….. तम…
नासदीय सूक्त EP-2
डॉ रजनी रमण झा । नासदीय सूक्त (ऋग्वेद, मण्डल - १०, सूक्त…
नासदीय सूक्त EP-1
डॉ रजनी रमण झा । नासदीय सूक्त (ऋग्वेद, मण्डल - १०, सूक्त…
भारतीय ज्ञान परंपरा के लोप का अधिकार शासक और शासन को नहीं है
प्रो. रामेश्वर मिश्र पंकज । सभी प्राणी और सभी मनुष्य अपने-अपने कर्तव्य…
सनातन धर्म में 84 लाख योनियों की गणना कुछ इस तरह है!
कर्मों की योनियाँ प्रश्न :- कितने प्रकार की और कितनी योनियां हैं?…
वर्णसंकर का सही अर्थ जानना चाहिये, इस विषय में भारी भ्रम फैलाया गया है
प्रो. रामेश्वर मिश्र पंकज । सभी जातियां धर्मशास्त्र के अनुसार अलग-अलग जन…
ब्राह्मणों और जातिप्रथा पर दुष्ट बुद्धि ईसाइयों का नियोजित आक्रमण-2
प्रो. रामेश्वर मिश्र । पंकज ब्राह्मणों से तंग आकर ईस्ट इंडिया कंपनी…
विष्णु सहस्रनाम का प्रभाव!
यह भक्ति दशा है। मन इनका 👇 ईश्वर की ओर खिंचने लगा…
महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी,जयराम पीठाधीश्वर ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी जी ने महायज्ञ में भाग लिया
आज धर्मक्षेत्र कुरुक्षेत्र के जयराम विद्यापीठ आश्रम में सभी सनातन धर्मावलंबियों को…
कुल, गोत्र एवं प्रवर
प्रो. रामेश्वर मिश्र पंकज । श्रीमद्भगवद् गीता में कुलों के धर्मों को…
आज जो प्रयास करें तो आने वाले 10 हजार वर्ष तक क्या कलयुग में सतयुग जैसी व्यवस्था स्थापित किया जा सकता है
दीपक कुमार द्विवेदी । हम लोग सृष्टि उत्पत्ति के विषय बहुत हद…
हिन्दू थे ईसा मसीह, विदेश में वैष्णव तिलक लगाई हुए प्रतिमा इस बात का सबूत है : स्वामी निश्चलानंद सरस्वती
पुरी स्थित गोवर्धन पीठ के शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती ने बड़ा दावा…
आंतरिक सफ़र
सारा कुमारी । अभी अभी covid आ कर गया, विश्व में इस…
अलविदा बाबिया, तुम्हारी निष्ठा, तुम्हे मानव जन्म दिलाए
एक मांसाहारी को श्रीकृष्ण का आशीर्वाद और मोक्ष मिला, तो उन्होंने एक…
योगिनी -एक योद्धा ( भाग-2)
डॉ विनीता अवस्थी.अब अचानक ही गर्दन पर भारी हाथ की पकड़ आभास…
मुगल, अंग्रेज और स्वतंत्र भारत की सरकार ब्राह्मणों को ही मिटाने पर क्यों तुले रहे?
ब्राह्मण में ऐसा क्या है कि सारीदुनिया ब्राह्मण के पीछे पड़ी है।इसका…
वाणी और उसके प्रकार
वाणी चार प्रकार कि होती है यथा परा, पश्यंती, मध्यमा और वैखरी.…