सूर्य ही हमारा प्राण है और वायु तुम प्रत्यक्ष ब्रह्म हो: Osho
वेद के ऋषि ने वायु को ब्रह्म क्यों कहा है? और ऋषि…
अपनी धारणाएं दूसरों पर न थोपें-ओशो
१) पहला प्रश्न:भगवान, अनुकंपा करें और गहराई से समझाएं, प्रतिरोध न करें।…
ओशो और मैं!
गुरू पूर्णिमा की आप सभी को ढेर सारी शुभकामनाएं। यह मेरे दीक्षा…
योग, ध्यान और देह!
मंदिर से अर्थ है तुम्हारी देह से! क्योंकि, इसी मंदिर में तो…
ओशो ने कहा था समलैंगिकता एक यौन विकृति है, जो पश्चिमी समाज की देन है!
भारत के सुप्रीम कोर्ट ने समलैंगिकता को कानूनी कर दिया है। एक…
‘ध्यान’ अपने मन के प्रति जागरूक होने की साधारण सी प्रक्रिया है- ओशो
ध्यान कया है? ध्यान अपने मन के प्रति जागरूक होने की साधारण…
जब जर्मन सम्राट के पुत्र ने ओशो का चौकीदार बनने के लिए त्याग दिया था अपना राजपाट!
यह सच्ची दास्तान है, एक राजकुमार ने कभी एक बुद्ध पुरुष की…
कृष्ण ने भूल कर भी किसी स्त्री का अपमान नहीं किया, जबकि महावीर, बुद्ध, जीजस के वचनों में स्त्रियों के अपमान की संभावना है: ओशो
प्रश्न- कृष्ण को इतनी स्त्रियाँ प्रेम क्यों करती थी और कृष्ण भी…
क्या आमिर खान ‘ओशो’ के किरदार के साथ न्याय कर सकेंगे!
अब आमिर खान को लेकर 'ओशो' पर बायोपिक बनाने की घोषणा हुई…
ओशो संबोधि दिवस (21मार्च) के अवसर पर जानिए, कैसे हुए थे वो ज्ञान को उपलब्ध।
आज ओशो संबोधि दिवस है। आज ही के दिन 21 मार्च 1953…
जीवन का सत्य अज्ञात है, उसे शब्दों और शास्त्रों को पढ़ कर जाना नहीं जा सकता – OSHO
मैंने सुना है, एक संध्या एक व्यक्ति, एक अजनबी गांव में एक…
ओशो ने संभोग से समाधि तक जाने की एक कला प्रदान की, जो समझने वाली बात है!
ओशो का नाम सुनते ही मस्तिष्क मे एक ही शब्द उभरता है,…
वो विनोद खन्ना ही थे, जिसके कारण ओशो में मेरी जिज्ञास जगी और आज मैं एक ओशो संन्यासी हूं!
मन थोड़ा उदास है! आज विनोद खन्ना इस दुनिया को छोड़कर चले…
पत्नी का इतना अधिक प्रेम केवल भारत में घट सकता है, और कहीं नहीं: OSHO
ओशो । एक बहुत सुन्दर कहानी है। एक महान दार्शनिक था, विचारक,…
ओशो का अपना कोई दर्शन, कोई सिद्धांत नहीं, उनकी चेतना एक शून्य है!
मां माधवी राय। 19 जनवरी, ओशो के महापरिनिर्वाण दिवस पर हम सभी…
जीसस का कोई भी सन्देश उपनिषद के आस-पास भी नहीं है: OSHO
OSHO। पिछले दो हजार साल से तुम गुलाम हो। तुम्हारी गुलामी और…
आंखों का कोई संस्कारित रूप नहीं होता,यह शुद्ध प्रकृति हैं ! ओशो
OSHO । आंखों का कोई संस्कारित रूप नहीं होता,आंखें शुद्ध प्रकृति हैं।…
मदर टेरेसा एक औसत दर्जे की पाखंडी कैथोलिक महिला थीं, न कि कोई संत: osho
 मदर टेरेसा को नोबल पुरस्कार मिलने पर ओशो ने मदर टेरेसा…
भारत एक सनातन यात्रा है, एक अमृत पथ है, जो अनंत से अनंत तक फैला हुआ है। इसलिए हमने कभी भारत का इतिहास नहीं लिखा: ओशो
Osho. पृथ्वी के इस भूभाग में मनुष्य की चेतना की पहली किरण…
प्रेम में यदि ईर्ष्या है तो फिर वह प्रेम है ही नहीं: ओशो
ओशो वाणी प्रेम में ईर्ष्या हो तो प्रेम ही नहीं है; फिर…