लोकतंत्र वापस पाओ
लोकतंत्र मिट गया देश से , भीड़ तंत्र अब हावी है ;…
अब नौटंकी बंद करो
कैसे बचायें हम बेटी को कैसे उसे पढ़ायें ? चारों तरफ दरिंदे…
मां
रिमझिम रिमझिमबूंदों की डोरसावन की आंगन मेंनाचे है मोड़पनघट पे कल कलकरती…
सद्गुण विकृति
सारे हिंदू - राजा , नेता , सद्गुण विकृति से पीड़ित ; दुष्टों…
कलंकहीन हो जाओ
महामूर्ख है हिंदू जनता , खासतौर पर नेता ; गुंडों से गलबहियाँ करता…
परमानंद की प्राप्ति
सृष्टि के पहले भी था वो , सृष्टि के भी बाद रहेगा…
परम लक्ष्य
सादा जीवन, उच्च विचार, अच्छे जीवन का आधार ; भोग विलास के…
बलिदानवीर गोडसे ( भाग-2)
नाथूराम था देव तुल्य, जन्मा असुरों से लड़ने को ; धर्म सनातन…
सबसे ज्यादा पाखंडी था, मोहनदास करमचंद गांधी!
सबसे ज्यादा पाखंडी था, मोहनदास करमचंद गांधी ; पाखंडी जितने नेता हैं,…
गीत
पंकज कुमार सिन्हा। ओ भारत केवीर शहीदोंतुझको करे सलाम भारततुझको करे सलाम…
जनता जनार्दन
जनता जनार्दन राधा कृष्ण उनियाल जनता कदाचित भेड़ों का झुण्ड हैजो खेत…
सुभद्रा
"सुभद्रा" राधाकृष उनियाल जेसिकालाल मर्डर मेंमनु का जेल जानाबाप के रसूख सेजमानत…
‘विरह-शतक’ से कुछ काव्य-कुसुम
मेरे द्वारा विरचित 'विरह-शतक' से कुछ काव्य-कुसुम : कमलेश कमल सौम्य मुखमुद्रा,…
तलाश
तलाश,पंकज कुमार सिन्हा तू जिंदगी कीतलाश हैमेरी रूह कीतू प्यास हैआज भीतेरे…
अपमान और सत्य
अपमान और सत्य अनुपमा चतुर्वेदी तुम हो योगी बाबा अधर्मीकहाँ ज्ञानी हो सकते…
बचपन
बचपन पंकज कुमार सिन्हा क्या दुनिया थी बचपन काखिलौने खेल छूटपन काछुपा…
मेरे द्वारा विरचित विरह-शतक से कुछ काव्य-कुसुम
कमलेश कमल. उल्लसित कंठ से करूँ अमियप्रगल्भ-प्रभा का यशोगानतुम उर्वशी, तुम उर्मिला…
औरत का हौसला
कमलेश कमल. औरत में ख़ून की कमी हो सकती हैहौसले की नहींघर…
प्रभु जी तुम दीपक हम बाती, जाकी ज्योति बरै दिन-राती’ का वास्तविक अर्थ!
कमलेश कमल. कबीर के समकालीन ही बनारस में एक ऐसे समदर्शी संत…
सरस्वती वंदना
कमलेश कमल. शब्द-साधना पथ का मैंएक आश भरा अन्वेषी हूँसतत चलूँ इस…