तब तू राष्ट्रपिता कहलाये
दुविधा में दोऊ गये , माया मिली न राम ; तू ऐसा …
या फिर पद को छोड़ दो
हिंदू क्यों हिंदू का दुश्मन ? सबसे बड़ा ये प्रश्न है ;…
वसंत ऋतु में जन्मे निराला ने बसंत को कैसे कलमबद्ध किया है पढ़िए
आज जन्मदिन है हिंदी साहित्य के सशक्त हस्ताक्षर सूर्यकांत त्रिपाठी निराला का। सखि,…
अब तो केवल तभी बचोगे
हजार साल से चल रही गुलामी , हम अब भी आजाद नहीं;…
भेड़ चाल को हिंदू त्यागे
दृढ प्रतिज्ञ होना ही होगा , हर -हिंदू को धर्म में अपने…
चरित्र का संकट सबसे बड़ा है
सबसे बड़ा चरित्र का संकट , राष्ट्र बहुत है खतरे में ;…
चरित्रहीन रोल मॉडल तेरे
सारी दुनिया धर्म की दुश्मन , सारे मजहब वाले हैं ; दो…
हिंदू धर्म-सूर्य है योगी
हिंदू धर्म-सूर्य है योगी , राष्ट्र का सच्चा पुत्र है योगी ;…
नोबेल प्राइज का लालच छोड़ो
कानून का शासन लेकर आओ , जंगलराज हटाओ ; जस का तस …
अन्याय के युग को विदा करो
वर्तमान भारत सरकार , क्यों राष्ट्र- विरोधी हो गयी ? ऐसा कौन…
चाँदनी की पाँच परतें / सर्वेश्वर दयाल सक्सेना
चाँदनी की पाँच परतें,हर परत अज्ञात है।एक जल मेंएक थल में,एक नीलाकाश…
टीम भावना भूल गया तू
कैच आउट हो गया है नेता , मैच का सत्यानाश कर दिया…
अभी भी इस्लामी राज चलाते
अपने मजहब में जो दृढता , इस्लामी में होती है ; इसी …
देश की सत्ता तभी सार्थक
दुर्बलमना कायर सरकारें , शाहीन बाग से डरती हैं ; बजट के…
हिंदू भय व लालच छोड़े
हिंदू भय व लालच छोड़े , केवल धर्म - सनातन पकड़े ;…
कलम आज उनकी जय बोल
जला अस्थियां बारी-बारी, चटकाई जिनमें चिंगारी,जो चढ़ गये पुण्यवेदी पर,लिए बिना गर्दन…
चले हम साथ मिलकर…
चले हम साथ मिलकर,चलो अब अजनबी हो जाएं,कहीं हम गुम हो जाएं,कहीं…
प्रश्नोत्तर माला (भाग-3)
राजनीति का क्या आधार ? लोभ, लालच ,बेईमानी ,भ्रष्टाचार । सेक्युलरिज्म…
हिंदू नेता भ्रष्ट हो गया
वामी ,कामी ,जिम्मी, सेक्युलर, तुष्टीकरण यही करते हैं ; हिंदू - धर्म…
आओ फिर से दिया जलाएँ
आओ फिर से दिया जलाएँ अटल बिहारी वाजपेयी आओ फिर से दिया…