सद्गुण विकृति
सारे हिंदू - राजा , नेता , सद्गुण विकृति से पीड़ित ; दुष्टों…
जीवन का उद्देश्य
जीवन का उद्देश्य सार्थक , हर हिंदू को पाना है ; हिंदू …
कलंकहीन हो जाओ
महामूर्ख है हिंदू जनता , खासतौर पर नेता ; गुंडों से गलबहियाँ करता…
परमानंद की प्राप्ति
सृष्टि के पहले भी था वो , सृष्टि के भी बाद रहेगा…
मोहन भागवत और सही राह
दिशा भ्रमित हैं मोहन भागवत , सही राह फौरन आयें ; सही …
परम लक्ष्य
सादा जीवन, उच्च विचार, अच्छे जीवन का आधार ; भोग विलास के…
बलिदानवीर गोडसे ( भाग-2)
नाथूराम था देव तुल्य, जन्मा असुरों से लड़ने को ; धर्म सनातन…
बलिदानवीर गोडसे ( भाग-1)
बहुत बड़ा वो राष्ट्र का बेटा , नाथूराम गोडसे था ; बचा खुचा…
सबसे ज्यादा पाखंडी था, मोहनदास करमचंद गांधी!
सबसे ज्यादा पाखंडी था, मोहनदास करमचंद गांधी ; पाखंडी जितने नेता हैं,…
जनता जनार्दन
जनता जनार्दन राधा कृष्ण उनियाल जनता कदाचित भेड़ों का झुण्ड हैजो खेत…
सुभद्रा
"सुभद्रा" राधाकृष उनियाल जेसिकालाल मर्डर मेंमनु का जेल जानाबाप के रसूख सेजमानत…
‘विरह-शतक’ से कुछ काव्य-कुसुम
मेरे द्वारा विरचित 'विरह-शतक' से कुछ काव्य-कुसुम : कमलेश कमल सौम्य मुखमुद्रा,…
ये विश्वनाथकारीडोर है
अवधेश दीक्षित| येविश्वनाथकारीडोर है जी हुजूर !पुरातन है,संस्कृति की राजधानी है ,दुनियां…
विश्व को गांधी नहीं , महायोगी गोरखनाथ और परशुराम की जरूरत है!
आदित्य जैन। अमेरिकी लेखक, दार्शनिक और इतिहासकार विल ड्यूरेन्ट अपनी पुस्तक "…
तलाश
तलाश,पंकज कुमार सिन्हा तू जिंदगी कीतलाश हैमेरी रूह कीतू प्यास हैआज भीतेरे…
हिंदी कविता: भरी दुनिया में मैं अकेला हूं!
इस भरी दुनिया में अकेला हूं,पुस्तकों से मेरी यारी है,पुस्तकें ही छोड़…
हिंदी कविता- इस पथ पर कौन मिलेगा?
इस पथ पर कौन मिलेगा? साथी यह तय कौन करेगा? आज मिला…
कविता- तय कर लो, जाना किधर है…
तय कर लो! जाना किधर है एक तरफ काँटों का रास्ता पर…
हिंदी कविता- ‘बुर्जुआ’
लाखों बार कुर्बान ऐसे ‘बुर्जुआ’ पर.... बाजार से गुजर रहा था, तुम…
कविता-आज जाने का है क्षोभ बड़ा, कल आने का है विश्वास ‘अटल’ !
बिरले ही होते हैं जिनके लिए शब्द स्वत फूटते हैं, आज मन…