Movie review ‘शिवशास्त्री बल्बोआ’ एक हृदयस्पर्शी यात्रा है
फिल्म धीमे-धीमे कलेक्शन करेगी और प्रशंसा भी पाएगी।
Movie Review : iPhone14 pro पर शूट हुई ‘फ़ुर्सत’ हवा से बातें करती है
कथा को तीस मिनट में समेटने का अंदाज़ 'फ़ुर्सत' की यूएसपी है।
Movie Review गाँधी को उठाती और गोड़से को गिराती है ‘गाँधी-गोड़से : एक युद्ध’
ये फिल्म महात्मा गाँधी पर बनी सैकड़ों फिल्मों में स्थान पा जाए,…
Movie Review ‘पठान’ बॉक्स ऑफिस पर एक सेफ प्रोडक्ट है
शाहरुख़ खान की 'पठान' में दो समस्याएं हैं।
Movie Review ‘वारिसु’ वर्सेज ‘थुनिवु’ के युद्ध में अजीथ कुमार पीछे रह गए
'थुनिवु' एक एक्शन थ्रिलर फिल्म है, जिसे अजीथ के प्रशंसक ही अधिक…
Movie Review पाक में भारतीय एजेंट के वास्तविक मिशन को दिखाती है ‘मिशन मजनू’
'ऑपरेशन कहुटा' के बारे में जानने के लिए ये फिल्म देखी जा…
Movie Review थलापति विजय के करिश्मे से धड़कती है ‘वारिसु’
दक्षिण भारतीय फ़िल्में परिवार के लिए बनाई जाती है और यहीं उनकी…
Movie Review लचर डायरेक्शन वाली ‘कुत्ते’ रिलीज के पहले ही दिन औंधे मुंह गिर पड़ी
'कुत्ते' दर्शक को प्रभावित करने में असफल रही है।
Movie Review ‘आर या पार’ जल, जंगल और ज़मीन के संघर्ष को रोचकता से दिखाती है
ये रोचक वेबसीरीज 16 वर्ष से ऊपर के दर्शक देख सकते हैं।
Movie Review योग वशिष्ठ के मायावाद की झलक ‘1899’ में स्पष्ट दिखाई देती है
इस वेबसीरीज को वयस्क दर्शकों को ही देखना चाहिए।
Movie Review ये इंडोनेशियाई सुपरहीरो हमारी महाभारत से जन्मा है
ये इंडोनेशियाई सुपरहीरो आपको अपना सा लगेगा।
Movie Review : जयाभारती की ‘किक’ में ही फिल्म की फिलॉसफी छुपी बैठी है
भारतीय समाज की इस कॉमन समस्या को मनोरंजक ढंग से दर्शक के…
Movie Review पहले ही दिन उखड़ गए ‘सर्कस’ के तंबू
आज गुलज़ार की क्लासिक 'अंगूर' देख डालिये। आपका वीकेंड खूबसूरती से बीतेगा।
Movie Review ये फिल्म कॉमेडी और थ्रिलर के बीच अपना रास्ता तलाशती रह जाती है
फूहड़ कॉमेडी से सजी ये फिल्म न देखी जाए तो ज़्यादा बेहतर।
Movie Review ‘अवतार : द वे ऑफ़ वॉटर’ विश्व सिनेमा को एक नई ऊंचाई पर ले गई है
इस बार अपना वीकेंड अंडरवॉटर मनाइये, कैमरुन आपकी बाट जोह रहे हैं।
Movie Review एक पिता के बेटी को बचाने की कथा है ‘माय नेम इज वेंडेटा’
ये एक रोमांचक थ्रिलर है और दर्शक को बांधे रखता है।
Movie Review’तनाव’ भरपूर मनोरंजन देती है और यही इसकी जीत का कारण है
सबसे अच्छी बात ये है कि फिल्म कोई एजेंडा पेश नहीं करती।
Movie Review ‘सलाम वैंकी’ फिल्म नहीं, टिकट विंडो पर हुआ एक हादसा है
ये फिल्म नहीं एक हादसा है।
Movie Review कला ‘सबकी’ हो सकती थी लेकिन ‘कुछ’ की ही बनकर रह गई
'कला' अपना संपूर्ण अर्थ पाते-पाते रह जाती है।
Movie Review स्क्रीनप्ले के झोल ने ‘एन एक्शन हीरो’ को कहीं का नहीं छोड़ा
ये एक इंट्रेस्टिंग कहानी थी और बॉक्स ऑफिस पर बहुत संभावनाएं रखती…